चंदौली। जनपद में क्या इस बार ब्राह्मण को पार्टी का जिलाध्यक्ष बनाकर भाजपा रचेगी इतिहास या किसी और पर है नजर?, पढिए पूरी खबर

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय
चंदौली।जिले के भाजपा जिलाध्यक्ष के चयन को लेकर समय अब बहुत ही कम है।कभी भी नए भाजपा जिलाध्यक्ष की घोषणा हो सकती है। इस बार ब्राह्मण समाज में जिलाध्यक्ष को लेकर विशेष चर्चा सुनने को मिल रही है।जनपद में कोई भी ब्राह्मणों का प्रतिनिधित्व करने वाला जनप्रतिनिधि या संगठन में जवाबदेह नहीं दिखाई दे रहा है, इससे लोग आशा जता रहे है कि, इस बार चंदौली में ब्राम्हण को भाजपा का जिलाध्यक्ष बनाकर इतिहास रचा जा सकता है।

जबकि राजपूत जाति से कई जनप्रतिनिधि तथा संगठन में अपने अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे है। अगर पिछड़े समाज की बात की जाय तो चंदौली के निवासी अनिल राजभर जहां कैबिनेट में शिवपुर की विधान सभा से चुनकर मंत्री है, जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर भी पिछड़े समाज से दीनानाथ शर्मा है,वही भाजपा पिछड़ा आयोग के सदस्य के रूप में शिवमंगल बियार तथा सतेंदर बारी का चयन हुआ हैं। पिछड़े समाज से चकिया से शंभूनाथ यादव तथा चहनिया से अरुण जायसवाल ब्लाक प्रमुख भाजपा के है, लेकिन जनपद में ब्राह्मण समाज से कोई भी जनप्रतिनिधि या संगठन में नहीं है। जिससे ब्राह्मण समाज के लोग अपने आप को भाजपा में असहज महसूस कर रहे।

जिले से राजपूत वर्ग से दो राज्य सभा सांसद, एक विधायक, एक विधान परिषद सदस्य, पांच ब्लॉक प्रमुख तथा निवर्तमान जिलाध्यक्ष है।इसी बात को लेकर लगातार पूरे जिले भर में चर्चा हो रही है कि इस बार संगठन 2027 के विधानसभा के चुनाव को देखते हुए ब्राह्मण समाज से भाजपा जिलाध्यक्ष बना सकती है।चर्चा में लोग एक संकेत यह भी मान रहे है कि जिलाध्यक्ष के चयन के लिए पर्यवेक्षक के रूप में ब्राह्मण नेता कन्नौज के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक को भेजा गया है,जिलाध्यक्ष के चयन में वह भी एक कड़ी है।आने वाला समय तय करेगा कि किन-किन पहलुओं पर संगठन के लोगों द्वारा चर्चा करके नए जिलाध्यक्ष का चयन किया गया है।
