Chandauli News:जिले में गैंगस्टर मुट्टन यादव की हत्या को लेकर अखिलेश यादव ने उठाए सवाल, ट्वीट कर सरकार को घेरा

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय
चंदौली। धानापुर थाना क्षेत्र के रहने वाले गैंगस्टर मुट्टन यादव की कुछ दिन पूर्व अज्ञात बदमाशों ने दिन दहाड़े लबे रोड गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। हालांकि हत्या के बाद अब तक कोई भी अपराधी धानापुर पुलिस की पकड़ में नहीं आ सका है। एसपी की गठित की गई टीम अब तक अपराधियों तक पहुंचने में असफल साबित हो रही है। ऐसे में अब यह मामला तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है और राजनीतिक गलियारे में भी इसको लेकर सरगर्मी तेज हो गई है।
मुट्टन यादव की हत्या के बाद समाजवादी पार्टी ने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े करते हुए पुलिसिया कार्रवाई को लेकर धरना प्रदर्शन भी दिया था। जिसमें सपा विधायक प्रभु नारायण यादव और सपा की प्रवक्ता मनोज सिंह काका ने जनपद की कई हत्याओं को गिनाते हुए पुलिस पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि कई हत्याएं हो गई लेकिन पुलिस इन मामलों का खुलासा तक नहीं कर पाई और अब तक असफल रही। हालांकि अब और राजनीतिक सरगर्मी जब तेज हुई तो उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी चंदौली में हुई दिनदहाड़े हत्या मामले को लेकर सरकार को घेरते हुए कानून व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए अपने एक्स (ट्विटर) के माध्यम से ट्वीट कर बड़ा आरोप लगाया।
अखिलेश यादव ने अपने पोस्ट में लिखा कि उत्तर प्रदेश में सत्ता सजातीय और पुलिस का गठन जोड़ साजिश रचकर जाति देखकर हत्या करवा रहा है। इसके लिए किसी को मिली सुरक्षा हटाने तक का षड्यंत्र किया जा रहा है। सत्ताधारियों को लग रहा है कि जब उनकी सरकार है तब ना तो कोई जांच होगी और ना ही कोई पकड़ा जाएगा मुख्यमंत्री यह क्यों नहीं स्वीकार कर लेते हैं कि उत्तर प्रदेश की बागडोर अपराधियों के हाथ में चली गई है? ऐसे शासन से अच्छी तो अराजकता होती है। जहां जनता सरकार के भरोसे तो नहीं होती है। सीसीटीवी के सबूत के बावजूद भी जब अपराधी पकड़ा नहीं जा रहा है तो फिर न्याय के नाम पर उत्तर प्रदेश में बचा क्या। उत्तर प्रदेश की इंद्रिया शून्य सरकार को छोड़कर सबको मालूम है कि हत्यारा कौन है। उत्तर प्रदेश की जनता इतनी असुरक्षित कभी न थी।
न्यायालय स्वत: संज्ञान लेते हुए तुरंत कार्रवाई करें, यही हमारी पुरजोर मांग है। हत्या में संलिप्त पुलिस और भाजपाई माफिया कोई बचना नहीं चाहिए। अगर शासन ने कुछ नहीं किया तो वह भी इस अपराध में भागीदार माना जाएगा और सबसे कमजोर हताश और लाचार शासन भी। जिसका इकबाल नहीं वह सरकार नहीं। अखिलेश यादव ने आगे लिखा कि मुख्यमंत्री जी लखनऊ की जगह चंदौली को राजधानी घोषित कर दें और जहां जाना हो चले जाएं लेकिन उत्तर प्रदेश की जनता को यू माफियों की गोलियां खाने के लिए ना छोड़े।घोर निंदनीय व दंडनीय हत्याकांड, उत्तर प्रदेश में महा अन्यायराज का दौर चल रहा है।