कुआं मलिक और ठेकेदार के सहयोगी से बातचीत का कथित ऑडियो हो रहा वायरल,मानक के अनुसार नहीं हो रही कुएं की खुदाई,कम की जा रही कुएं की गहराई

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय
नौगढ़।ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को गांव में ही रोजगार मुहैया कराने लिए सरकार ने कई योजनाएं चला रखी हैं।मनरेगा इन्हीं में से एक है, लेकिन इसमें भी भ्रष्टाचार हावी है। रोजगार ग्रामीण योजना से स्वीकृत कूप(कुआं) के निर्माण व खुदाई कार्य में फर्जीवाड़ा सामने आया है। इसके बाद अब क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है।
दरअसल मामला नौगढ़ विकासखंड क्षेत्र के डुमरिया गांव का है जिसमें गांव निवासी किस में खूब मलिक वीरेंद्र भारतीय के खेत में मनरेगा फ्री कुआं निर्माण कार्य के तहत ठेकेदार शैलेश कुमार द्वारा खुदाई की जा रही है। जिसके बाद कुआं खुदाई में मानक के विपरीत और गहराई कम होने पर मालिक वीरेंद्र भारतीय ने आपत्ति जाहिर करते हुए ठेकेदार शैलेश कुमार के एक सहयोगी से मोबाइल फोन के जरिए बातचीत करने की कोशिश की गई। जिस पर ठेकेदार के सहयोगी ने कुआं मालिक को कुआं खुदाई का कार्य न रोकने के साथ ही उसके बारे में संबंधित जेई वार्ता करने की बात कही। इसके साथ ही जब कुआं मालिक ने ठेकेदार के सहयोगी से खुदाई का काम रोकने की बात कही तो ठेकेदार का सहयोगी भड़क गया और काम ना रोकने के साथ ही मुख्यमंत्री पोर्टल और आईजीआरएस पर शिकायत करने की धमकी देते हुए कहा कि चाहे जहां चले जाओ जितना मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत करना हो कर दो लेकिन कोई कुछ नहीं कर सकता और कुआं खुदाई का कार्य कोई नहीं रूकवा सकता है। हालांकि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ऑडियो कथित है। चंदौली खबर वायरल हो रहे ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है। वही ठेकेदार के सहयोगी ने कहा कि कुआं खुदाई के कार्य को बंद करने के लिए कभी मत सोचिएगा लेकिन काम चलता रहेगा, चाहे आप कहीं कंप्लेंन कर लीजिए। इस संबंध में कुआं मलिक वीरेंद्र भारतीय ने बताया कि जहां मानक में सीमेंट से पत्थर की जोड़ाई करनी है वहीं भस्सी से पूरे कुएं की जोड़ाई की गई है। जो की मानक के पूरी तरह विपरीत है।
जानिए क्या है कुआं खुदाई का मानक
ग्राम पंचायत में मनरेगा फ्री कुआं निर्माण के तहत विभिन्न किसानों के खेतों में किया जा रहे कुआं खुदाई को लेकर तमाम प्रकार के मानक बनाए गए हैं। जिसमें की मुख्य रूप से मानक के तहत 40 फीट गहराई 20 फीट चौड़ाई तक का कुआं खोदा जाना है। हालांकि वही कुएं की जोड़ाई में पत्थर को सीमेंट से जोड़ना है, जबकि कई जगहों पर भस्सी से जोडा़ई की जा रही है। जो कि मानक के विपरीत है।
इस संबंध में लघु सिंचाई विभाग के एई रामजी ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है, संबंधित समस्याओं का अवलोकन कर स्थिति को प्रकाश में लाया जाएगा। जिस संबंध के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।