
संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय
चंदौली।बलुआ थाना के मथेला नहर के पास पुलिस मुठभेड़ में पकड़े गए बावरिया गिरोह के बदमाश दिन में फेरी लगाकर कंबल बेचते थे। वहीं रात में घटनाओं को अंजाम देते थे। पिछले दिनों मोहरगंज में आभूषण की दुकान में भीषण चोरी की घटना को अंजाम दिया था। वहीं इलाके में पिछले दिनों हुई कई चोरियों में शामिल रहे। पुलिस को काफी दिनों से उनकी तलाश थी।
पुलिस ने सूचना के आधार पर बदमाशों की घेरेबंदी की तो उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में बदायूं निवासी बदमाश धारा सिंह घायल हो गया। वहीं भगीरथ और सुनील सिंह भी पकड़े गए। बदमाशों ने पुलिस को बताया कि हम लोग घूम घूम कर भिन्न-भिन्न जगहों पर फेरी लगाकर दिन में कम्बल बेचने के बहाने से दुकानों की रेकी करते हैं। रात में चिह्नित स्थानों पर खासकर सोने चांदी की दुकानों में शटर आदि तोड़कर चोरी कर लेते हैं। जहां चोरी कर लेते हैं, वहां से भाग कर फिर दूसरी जगह ऐसा ही करते हैं। सोमवार की रात भी पूर्व में चोरी किए गए माल का बटवारा करने व सकलडीहा बाजार में चोरी करने की साजिश बनाने के लिए इकट्ठा हुए थे। उन्होंने बताया कि उनके साथ खेम सिंह पुत्र सुखदेव, छविराम पुत्र डोंगर लाल, विद्या पुत्र मौफी राम और नरेश पुत्र जियाराम भी थे, जो अंधेरे में भाग गए।

बदमाशों ने 12.01.2025 को दो से तीन बजे के बीच रात्रि में मोहरगंज बाजार में गहने की दुकान का दरवाजा तोड़कर चुराये थे। इसके अलावा 07.01.2025 को चन्दौली कस्बे से हम लोग सुनार की दुकान में सेंध लगाकर चोरी किये थे। 11.12.2024 की रात में एक से तीन बजे के बीच मजिदहा बाजार में सोने चांदी की दुकान में पीछे के रास्ते से उतर कर दरवाजा तोड़कर तथा दीवार को ईट निकाल कर चोरी किये थे। 07.12.2024 की रात में जनपद गाजीपुर के सैदपुर के पास भीमापार बाजार में गहने की दुकान से चोरी किये थे। सभी जगह से चोरी किये गये गहनों में से कुछ गहना राह चलते राहगीरों को बेचकर अपने अपने रोजमर्रा के खर्चों के लिए पैसे ले लिए थे। बदमाशों के पास से काफी मात्रा में आभूषण बरामद किए गए।
चोरों के पास से बरामदगीः पाजेब एक जोड़ी, कमरपेटी एक मटमैले रंग में इस्तेमाली, एक छोटा लोटिया, एक जोड़ी हाथ का कड़ा, मोटी पतली पाँच चैन, विभिन्न वजन व डिजाइन की 12 जोड़ी पायल, तीन अलग अलग डिजाइन की सिंगल पायल, बचकानी कड़ा चार जोड़ी, बालचोटी एक हाथ का पंजा, तीन चाभी छल्ला एक, एक चाँदी का सिक्का 1912 लिखा, एक ब्रेसलेट, लाकेट, पैर की बिछिया व अंगुठी व एक ताबीज।
कम्बल बेचने के बहाने करते थे रेकी
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया फेरी लगाकर दिन में कम्बल बेचने के बहाने से दुकानों की रेकी करते थे। रात में चिन्हित स्थानों पर खासकर सोने चाँदी के दुकानों में शटर आदि तोड़कर चोरी कर लेते हैं। जहां चोरी कर लेते हैं वहांसे भाग कर फिर दूसरी जगह ऐसा करते थे।