
चंदौली/चकिया।होली का पावन पर्व जिले मुगलसराय शहर सहित चकिया क्षेत्र के गांवों में भी अत्यंत धूमधाम से मनाया गया। इस त्यौहार की सबसे बड़ी बात यह है कि, शहर कमाने गए अधिकांश लोग भी इसी त्यौहार में अपने गांव अपने घर आते हैं और अपने घर परिवार रिश्तेदारों के साथ जमकर होली मनाते है।

सुबह से ही नन्हे- नन्हे बच्चों की टोली दल बनाकर साथ मिल करके रंग गुलाल खेलने लगी। सुबह से बच्चे तरह-तरह के रंगो के गुलाल लेकर और पिचकारी लेकर, गुब्बारे में रंगीन पानी भरकर घरों से निकले। गली गली और चौक चौराहे में बच्चों की टोली रंग गुलाल खेलने लगी। छोटे-छोटे बच्चे अपने घरों में माता-पिता से लेकर के भैया, भाभी, बहन, सभी को रंगों से सराबोर करने लगी।

दिखी संस्कृति की झलक
वह दृश्य बहुत ही प्यारा लगता है जब बच्चे बड़ों को रंग गुलाल लगाते हैं और उनका आशीर्वाद लेते हैं। ये नन्हें बच्चे हमारी सुंदर संस्कृति का प्रदर्शन भी करते हैं। इस दौरान बच्चों का उत्साह देखते ही बनता था। छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक का सबसे बड़ा त्यौहार होली ही है। रंगो का यह पावन त्यौहार सबके लिए खुशी, उत्साह और हर्षोल्लास व उमंग लेकर आता है। छोटे से लेकर के सभी वर्गों के लिए यह त्यौहार हंसी-खुशी का त्यौहार है। इस दौरान घरों में विविध तरह के पकवान बनाए जाते हैं। जिसका आनंद बच्चे से लेकर के सभी लेते हैं।

शाम का शुरू हुआ उपहार देने का सिलसिला
संध्या काल एक दूसरे के घरों में उपहार लेने और देने की प्रथा भी चलती है। जिसमें गांव की महिलाएं अपने परिचित, रिश्तेदार व मित्रों के घर उपहार लेकर जाती है और भोजन करके आती है। यह आपसी भाईचारा और रिश्तों को मजबूत करने वाला सबसे बड़ा त्यौहार है। जिसमें सभी लोग अपने गीले शिकवे भूलकर एक दूसरे को रंग गुलाल लगाते हैं और गले मिलते है।

घर-घर में बने स्वादिष्ट पकवान
इस दिन हर घर स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं। जिसमें मिर्ची भजिया, आलूबंडा, गुलगुल भजिया, चौसेला, नमकीन, कटवा, कुशली, खीर, पूड़ी बनाते है। कई घरों में इस दिन नवा खाई भी खाई जाती है। एवं अपने इष्ट देवों की पूजा की जाती है व नारियल चढ़ाया जाता है। इस तरह से रंगों का यह त्यौहार भाईचारा निभाते हुए, गीले शिकवे भूलकर अत्यंत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। शाम के समय ढोलक और मजीरे के साथ होली में फाग के विविध गीत भी गाये। जिसमें बच्चे व बड़े खूब नृत्य किए।

होली का त्यौहार मना कर गंगा जमुना तहजीब की मिसाल दे रहा है यह मुस्लिम परिवार
चंदौली जनपद में हिंदू धर्म के लोगों ने होली के दिन खूब रंग अबीर और गुलाल लगाकर एक दूसरे से गले मिलकर धूमधाम से त्यौहार मनाया। वही जनपद में होली के पर्व पर गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल भी देखने को मिली। राइजिंग सन वर्ल्ड स्कूल की प्रबंधक परवीन वारसी ने अपने मुगलसराय स्थित आवास पर क्षेत्र के मलिन बस्ती के छोटे बच्चों के साथ होली का पर्व मनाया। उन्होंने कहा कि होली रंगों का पर्व है इसे आपसी शब्दार्थ के साथ मनाना चाहिए। यह पर्व एक दूसरे के रिश्ते और संबंध को जोड़ने का काम करता है।

सुरक्षा व्यवस्था के रहे पुख्ता इंतजाम
चंदौली जनपद में होली के त्यौहार को लेकर चारों तरफ हर्षोल्लास का माहौल व्याप्त रहा। जहां युवा, बड़े बुजुर्गों ने होली में रंग गुलाल और अबीर का आनंद लिया। वही त्यौहार को देखते हुए स्थानीय पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से चौकन्ना थी। चकिया सर्किल क्षेत्र के इलिया थाना क्षेत्र के यूपी बिहार बॉर्डर पर थानाध्यक्ष प्रियंका सिंह के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन चारों तरफ भ्रमण करती नजर आई। जगह-जगह पर फोर्स लगाई गई थी जिससे कि कहीं अराजकता का माहौल पैदा न होने पाए। हालांकि प्रियंका सिंह के नेतृत्व में शांतिपूर्ण तरीके से होली का त्यौहार के साथ-साथ मुस्लिम समुदाय के जुम्मे की नमाज भी संपन्न हुई। जिसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों ने थाना प्रभारी प्रियंका सिंह का आभार भी जताया।

