
संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय
चकिया।चकिया-इलिया मार्ग पर उप कृषि मंडी के पास सपही बीट के जंगल में लगी आग को बुझाने के दौरान रविवार को वन कर्मियों को युवक का शव दिखा। शव देख वनकर्मी सन्न रह गए। उसकी शिनाख्त राजा बाबू द्विवेदी उर्फ राज द्विवेदी (24) निवासी बेन इलिया के रूप में हुई। युवक दो दिन से घर से लापता था। युवक की मौत के कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इलिया थाना क्षेत्र के बेन गांव निवासी राजेश द्विवेदी उर्फ मुन्नू द्विवेदी से एक बेटा राज द्विवेदी और एक बेटी रागिनी द्विवेदी हैं। रागिनी बीएचयू में एमए की छात्रा हैं। राजेश का बेटा राज दो दिन पहले घर से मालदह निवासी अपने नाना राज नारायण तिवारी के घर जाने की बात कह कर निकला था, लेकिन वह वहां पहुंचा नहीं। इसके बाद परिवार के लोग उसको खोज रहे थे।रविवार को उप कृषि मंडी के पास सपहीं जंगल में आग लग गई थी। आग बुझाने के लिए वन कर्मियों की टीम पहुंची। उस दौरान जंगल में युवक का शव पड़ा दिखा। वन कर्मियों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शिनाख्त कराई। उसके पास मिले मोबाइल फोन में कई सिम प्राप्त हुए हैं।उसको निकाल कर पुलिस ने अपने मोबाइल में सिम लगाया। उस पर उसके नाना राज नारायण तिवारी का फोन आया। इससे उसकी पहचान राज द्विवेदी के रूप में हुई। घटना की जानकारी मिलने पर पिता, मां मनोरमा, बहन रागिनी, नाना राज नारायण तिवारी सहित अन्य लोगों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।राज बीए की पढ़ाई कर रहा था।
इस संबंध में थाना प्रभारी गंगाधर मौर्य का कहना है कि पहली नजर में कीटनाशक के सेवन से मौत होने की बात लग रही है, लेकिन मौत के कारणों की स्पष्ट जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी। उन्होंने बताया कि उसके पास से एक मोबाइल फोन और कीटनाशक दवा मिली है।