Chandauli News:वनांचल क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों का हाल जानने पहुंचे बीएसए तो शिक्षा व्यवस्था की खुली पोल,शासन के निर्देशों को ठेंगा दिखाते मिले दर्जनों शिक्षक

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय
इलिया।जिलाधिकारी के निर्देश पर बीएसए एवं उनकी टीम ने शनिवार को शहाबगंज विकास खंड के 19 परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान दो दर्जन से अधिक अध्यापक, शिक्षामित्र और अनुदेशक अनुपस्थित पाए गए। इसपर बीएसए ने नाराजगी प्रकट करते हुए सभी का एक दिन का वेतन और मानदेय काटने के साथ ही कारण बताओ नोटिस जारी किया। बीएसए ने चेताया कि लापरवाह चिकत्सकों की अब मनमानी नहीं चलेगी। स्कूलों के निरीक्षण की डीएम खुद निगरानी करेंगे। इस कार्रवाई से शिक्षकों में खलबली मची रही।

प्रदेश सरकार परिषदीय स्कूलों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मुहैया कराने को लेकर हर स्तर से प्रयासरत है। इसके लिए बच्चों को सभी सुविधाएं मुहैया करायी जा रही है। वहीं जिला प्रशासन भी जिले में शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर बनाने के लिए प्रतिद्ध है। इसके तहत जिलाधिकारी चन्द्र मोहन गर्ग के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सचिन कुमार के नेतृत्व में सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों की टीम ने शहाबगंज ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय अरारी, सावलसोत, खझरा, इसरगोडवा, सरैया, मनकपड़ा, सैदूपुर, कलानी, इलिया प्रथम, इलिया द्वितीय, अरजी कला, अताय, नौडिहां, बडगॉवा एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय खझरा, खरौझा और कम्पोजिट विद्यालय लटॉव, करनौल तियरा का औचक निरीक्षण किया। इसमें 4 प्रधानाध्यापक, 10 सहायक अध्यापक, 9 शिक्षा मित्र एवं 3 अनुदेशक अनुपस्थित पाए गए। इसपर अनुपस्थित सभी अध्यापकों, शिक्षा मित्रों और अनुदेशकों का वेतन एवं मानदेय अवरूद्ध करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। विद्यालय में नवीन नामांकन बढ़ाने, डीबीटी पेंडेन्सी खत्म करने, यू-डायस डाटा पूर्ण करने, एमडीएम गुणवत्ता, छात्रों के निपुण बनाने संबंधित निर्देश दिया गया।

वही विकासखंड क्षेत्र के अर्जी कला गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय पर तैनात प्रधानाध्यापक चंद्रशेखर सिंह विद्यालय में कभी नहीं आते हैं। वह झारखंड में अपना खुद का बिजनेस करते हैं। इस शिकायत पर बीएसए ने तत्काल उनको सस्पेंड करने का निर्देश जारी किया। वहीं हाटा गांव में बिना मान्यता के चल रहे एक स्कूल व बेन में बिहार की मान्यता पर संचालित हो रहे एक विद्यालय को तत्काल प्रभाव से बंद करने का निर्देश दिया। और इन दोनों संस्थाओं की जांच खंड शिक्षा अधिकारी अजय कुमार को सौंपा।